आज की तारीख: 17 अगस्त 2025 | समय: रात 10:40 बजे सरकार जल्द ही GST Reforms पर बड़ा फैसला ले सकती है। अगर नया प्रस्ताव पास होता है तो कार और बाइक्स की कीमतों में भारी कमी आ सकती है। जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में इस पर चर्चा की जा रही है और इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ने वाला है।
क्यों हो रही है GST Reforms की चर्चा
ऑटोमोबाइल सेक्टर लंबे समय से जीएसटी रेट कम करने की मांग कर रहा है। फिलहाल कार और बाइक्स पर 28% तक जीएसटी लगता है जिससे इनकी कीमतें ज्यादा हो जाती हैं। सरकार चाहती है कि वाहनों की बिक्री बढ़े और लोगों को सस्ती गाड़ियां मिल सकें।
कार और बाइक्स सस्ती होने से आम आदमी को राहत
अगर जीएसटी रेट कम किया गया तो मिडिल क्लास परिवार के लिए कार और बाइक्स खरीदना आसान हो जाएगा। ईवी यानी इलेक्ट्रिक वाहन पहले से ही कम जीएसटी के दायरे में आते हैं और अब पेट्रोल डीजल वाहनों को भी इसमें राहत मिल सकती है।
सरकार का प्लान क्या कहता है
जीएसटी काउंसिल इस समय टैक्स स्ट्रक्चर को सरल बनाने पर काम कर रही है। सरकार चाहती है कि ज्यादा लोग वाहन खरीदें ताकि इंडस्ट्री को भी फायदा हो और रोजगार के नए अवसर पैदा हों। यह कदम महंगाई से जूझ रहे उपभोक्ताओं को राहत देगा।
ऑटो सेक्टर को मिलेगा बूस्ट
कार और बाइक्स की बिक्री बढ़ने से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में नए इन्वेस्टमेंट आएंगे। कंपनियां नए मॉडल लाने पर भी जोर दे सकती हैं। जीएसटी सुधारों के बाद भारत का ऑटो सेक्टर वैश्विक स्तर पर और ज्यादा प्रतिस्पर्धी बन सकता है।
सरकार को मिलेगा राजस्व फायदा
हालांकि टैक्स रेट कम होने से सरकार को थोड़े समय के लिए नुकसान हो सकता है लेकिन लंबे समय में बिक्री बढ़ने से टैक्स कलेक्शन भी ज्यादा होगा। यही कारण है कि सरकार इसे विन-विन स्थिति मान रही है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर होगा खास असर
ईवी पर पहले से ही 5% जीएसटी लागू है। अगर नए सुधार लागू होते हैं तो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और ज्यादा लोकप्रिय हो जाएंगे। इससे प्रदूषण कम करने और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष
GST Reforms अगर लागू हुए तो आने वाले दिनों में कार और बाइक्स की कीमतें गिर सकती हैं। आम आदमी को राहत मिलेगी और ऑटोमोबाइल सेक्टर को नई रफ्तार मिलेगी। अब सभी की नजरें जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक पर टिकी हैं।